प्रेषक : राहुल …
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और आज में आपके लिए एक नयी कहानी लेकर आया हूँ। यह कहानी मेरी और मेरी ताई जी की है। मेरी ताई जी का नाम संगीता है, वो वैसे दिखने में तो कुछ ख़ास सुंदर नहीं है, उनका रंग गेहुआ है और उनका शरीर 42-38-48 साईज का है और उनकी लंबाई लगभग 4 फुट 10 इंच होगी। ये बात उस दिन की है, जब में अपना इन्टरव्यू देने जयपुर से दिल्ली गया था, तो मुझे इन्टरव्यू के बाद ताई जी का लड़का लेने आया और में उसके साथ उनके घर आ गया, जहाँ वो ताई जी और उसकी वाईफ रहते थे। उन्हें वहाँ आए हुए ज़्यादा समय नहीं हुआ था। फिर कुछ देर तक हम लोग बातें करते रहे और फिर सबने एक साथ खाना खाया और बाद में भैया और भाभी अपने कमरे में चले गये और में और ताई जी दूसरे कमरे में बैठकर बातें कर रहे थे कि तभी कुछ देर के बाद हम दोनों सो गये।
फिर रात को करीब 12 बजे मेरी आँख खुली तो मुझे महसूस हुआ कि ताई जी अभी सोई नहीं है। अब में यह देखकर चौंक गया था कि ताई जी अपनी साड़ी और पेटीकोट ऊपर करके अपनी चूत को रगड़ रही थी। फिर मैंने सोचा कि क्यों ना बहती गंगा में में भी डुबकी लगा लूँ? और फिर मैंने ताई जी के पास जाकर उनसे पूछा कि ये आप क्या कर रही है? (दोस्तों मेरी ताई जी सेक्स के मामले में बहुत खुले स्वभाव की है) तो तभी उन्होंने कहा कि मादरचोद अपनी चूत को मसल रही हूँ, क्या मुझे ऐसा करते देखकर तेरा लंड खड़ा नहीं हुआ? तो में शर्मा गया। तो वो बोली कि साले शर्मा रहा है, अभी मेरी जगह तेरे भाई की बीवी सपना होती (ताई जी की बहू) तो तू अभी उसे पकड़कर चोद देता। अब में ये सब सुनकर गर्म हो गया था और ताई जी की चूत पर अपना एक हाथ रखकर उनके होंठो को चूसने लगा था और उनकी चूत को मसलने लगा था।
फिर 5 मिनट तक में उनके होंठो को चूसता रहा और फिर बाद में मैंने उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए तो मैंने देखा कि उन्होंने ब्रा भी नहीं पहनी थी। अब उनके बड़े-बड़े बूब्स मेरी आँखो के सामने लटक रहे थे, जिन्हें अब में अपने हाथों से दबाने लगा था और अपने मुँह से चूसने लगा था। अब मेरे चूसने पर ताई जी कहने लगी थी कि बेटा और चूस और जोर से चूस। फिर में करीब 10 मिनट तक उनके बूब्स चूसता रहा। फिर उसके बाद मैंने उनकी साड़ी और ब्लाउज, पेटीकोट को उतार दिया। अब मेरे सामने एक 50 साल की औरत पूरी नंगी खड़ी थी। अब में उन्हें अपनी बाँहों में लेकर चूस रहा था और कह रहा था कि ताई जी आप बहुत सेक्सी हो, बहुत मज़ेदर बदन वाली हो।
फिर वो बोली कि राहुल प्लीज मुझे ताई जी मत कहो, तुम मुझे संगीता कहकर पुकारो, क्योंकि सेक्स में हमेशा मर्द को औरत के नाम से ही बुलाना चाहिए, जिससे चुदने वाली औरत या लड़की को बहुत मज़ा आता है राहुल। फिर मैंने कहा कि क्या संगीता अपने बूब्स ही चूसाती रहोगी या मेरी लोलीपॉप भी चूसोगी? तो ताई जी बोली कि नहीं राहुल आज तक मैंने कभी लंड अपने मुँह के अंदर नहीं लिया है। फिर मैंने कहा कि कभी नहीं, तो अब अपने मुँह में लो और फिर मैंने उन्हें नीचे बैठाकर अपना लंड उनके मुँह में दे दिया। फिर पहले तो वो कुछ तकलीफ में दिखी, लेकिन 2 मिनट के बाद वो मेरे लंड को एक आइसक्रीम की तरह चाटने लगी और अब वो मेरे 8 इंच के लंड को मज़े के चाटे जा रही थी। फिर मैंने कहा कि 1 मिनट संगीता, मुझे सोने दो। अब हम 69 पोज़िशन में हो गये थे। फिर में उनकी चूत को चाटने लगा और वो मेरा लंड चूसने लगी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि राहुल अब चूत में आग लग रही है, प्लीज अपना लंड मेरी चूत में डाल दो। फिर मैंने कहा कि हाँ संगीता और फिर मैंने उन्हें सीधा सुलाया और फिर में उनके ऊपर चढ़ गया और अपने लंड को उनकी चूत पर लगाया। फिर उन्होंने अपनी गांड उछाली तो मेरा लंड बगैर किसी परेशानी के उनकी बालों वाली चूत में घुस गया और अब में धक्के लगाने लगा था। अब उनके मुँह से आवाज़े निकलने लगी थी राहुल मुझे बहुत मजा आ रहा है, में करीब 2 महीने के बाद अपनी चूत चुदा रही हूँ, वो भी 8 इंच के लंड से, बहुत मज़ा आ रहा है। फिर करीब 20 मिनट तक में उसकी मतवाली चूत को चोदता रहा और वो चुदवाती रही। फिर उसके बाद मैंने अपना पानी उनकी चूत में ही छोड़ दिया। अब इसी बीच वो 3 बार अपना पानी निकाल चुकी थी। फिर कुछ देर तक हम ऐसे ही बातें करते-करते ऐसे ही एक दूसरे के शरीर से चिपककर सोते रहे और फिर हमें पता ही नहीं चला की कब हमें नींद आ गयी।
फिर करीब 2 बजे मेरी और ताई जी की आँख खुली तो मैंने कहा कि अब क्या मन है? तो वो बोली कि तुम भी राहुल प्यासे को पूछते हो पानी पियोगे और इतना कहकर वो मेरा ढीला पड़ा लंड चूसने लगी। फिर 5 मिनट बाद मेरा लंड फिर से तैयार हो गया तो में बोला कि संगीता में तुम्हारी गांड मारना चाहता हूँ। तो वो बोली कि अभी तक मैंने कभी गांड नहीं मरवाई है। फिर में बोला कि अब कब बूड़ी हो जाओगी? और थोड़ी बहुत जवानी बची है, वो भी चली जाने के बाद, एक बार ये भी मरवालो। फिर थोड़ी देर के बाद वो मान गयी। फिर मैंने देखा कि उनकी गांड का छेद बहुत छोटा है तो मैंने अपने लंड पर काफी सारा तेल लगाया और उनकी गांड पर भी लगाया और धीरे-धीरे उनकी गांड में अपना लंड डालने लगा। अब उनके मुँह से निकलने वाली हर चीख को वो अंदर ही अंदर दबा रही थी। अब उनकी आँखों से आँसू निकल रहे थे। फिर धीरे-धीरे मैंने अपना पूरा लंड उनकी गांड में डाल दिया और उन्हें अपनी गोद में लेकर प्यार करने लगा।
फिर लगभग 45 मिनट के बाद मैंने अपना पानी उनकी गांड में छोड़कर अपना लंड बाहर निकाला तो मैंने देखा कि उनकी गांड का छेद 3 इंच का बड़ा हो गया था और अब मेरे लंड पर थोड़ा सा खून भी लगा हुआ था। अब उनकी उठने की हिम्मत नहीं थी। फिर मैंने 6 बजे का अलार्म लगाकर उन्हें सुला दिया। फिर सुबह उठने के बाद उन्होंने अपने कपड़े पहने। अब उन्हें उठकर बाथरूम की तरफ़ जाते हुए काफ़ी तकलीफ़ हो रही थी। फिर में बाद में 8 बजे उनके लड़के के साथ निकल गया, तो मुझे देखकर उनके चेहरे पर उदासी आ गयी और फिर में वहाँ से चला गया ।।
धन्यवाद …